Friday, June 12, 2020

फेसबुक लाईव

फेसबुक लाईव



हैलो... हैलो, आवाज आ रही है मेरी?
नहीं... आवाज नहीं आएगी...
यहाँ मेरा टाइप किया हुआ मैटर दिख रहा है ना?...
पढ़ने में तो सही आ रहा है?...
दिख रहा क्लियर?..
न दिख रहा हो तो चश्मा लगा लीजिए और अगर लगा हुआ हो तो एक बार अच्छी तरह पोंछ के दुबारा लगा लीजिए।
हाँ... तो शुरू करते हैं....

फेसबुक लाईव

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लॉकडाउन के चलते घर में बैठे अनेक लोग फुर्सत में हो गए थे। इसी वजह से फेसबुक पर लाइव आने का भी चलन एकाएक बढ़ गया। कोई कविताएं सुना रहे थे, कोई गीत गा रहे थे, किसी ने कहानियां सुनाई तो कोई कोरोना पर जानकारियां दे रहे थे, तो कोई विशेषज्ञ अपने विशेष विषय लेकर चर्चारत थे।
लेकिन फेसबुक पर लाइव आना बड़ा झंझट का काम है। यदि आप फेसबुक लाइव आना चाहते हैं, तो जान लेते हैं उसके लिए क्या-क्या खटकरम करने होंगे। यहाँ उसका पूरे विधि विधान सहित वर्णन किया जा रहा है। यदि इस विधि से फेसबुक लाइव व्रत किया जाए तो सफलता अवश्य ही आपके कदम चूमेगी, किन्तु उसके पहले अपने पैर अच्छी तरह धो लीजिए, अन्यथा सफलता बिदक सकती है।
फेसबुक लाइव व्रत करने के लिए आपको निम्न तैयारियां करनी है। सबसे पहले घर का एक बढ़िया कमरा देखिए जिसमें फैला हुआ कोई पसारा न नजर आए, दीवार पर मकड़ी के जाले, दाग धब्बे न दिखें, दीवार बढ़िया साफ पुती हुई या अच्छे पर्दे से ढँकी हुई हो... और जहाँ नेट के सिग्नल फुल फ्लैश आते हों। इस तरह की लोकेशन मिलने के बाद उस दीवार पर पीछे की ओर सुंदर पेंटिंग या कोई गुलदान या महापुरुष की प्रतिमा फिट कीजिए।
ये तो लाइव का बैकग्राउण्ड तैयार हुआ।.... इतना सब झमेला करने के बाद खुद पर ध्यान देना आवश्यक है... व्यवस्थित केश सज्जा, शेविंग कर लीजिए ताकि आपकी अच्छी छवि लाइव पर दिखे। अब चाहिए एक अच्छी वेशभूषा... पहनने के लिए एक बढ़िया सा शर्ट या कमीज छाँट लीजिये। नीचे कुछ न पहना तो भी चलेगा, ( कुछ न अर्थात पैंट आदि से मतलब है। नीचे पजामा, बरमूडा से भी काम चल सकता है क्योंकि यह लाइव की फ्रेम में वह नहीं दिखनेवाला है) यह सब तामझाम दिखने के लिए पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और मोबाइल को स्थिर रखने की व्यवस्था कर लीजिए। साथ में इसका भी ध्यान रखे कि लाइव में आपके बच्चे या श्रीमतीजी पीछे से, आजू-बाजू से आते-जाते न नजर आए, बड़ा खराब लगता है।
इन सब प्रारम्भिक व्यवस्थाओं से आश्वस्त होने के बाद लाइव आने के एक-दो दिन पहले फेसबुक पर समय और विषय की सूचना के साथ लाइव आने की घोषणा कर दीजिये, ताकि अधिक से अधिक लोग आपसे तय समय पर जुड़ सकें। समय का चुनाव भी बड़ी होशियारी से करें ताकि उस समय तक आपके सारे श्रोता मित्र बर्तन-कपड़े-झाड़ू-पोंछा अर्थात गृहकार्य आदि से निवृत्त हो एकचित्त हो आपका लाइव आना एन्जॉय कर सकें।
करते-करते वह दिन और समय आ खड़ा हो जाएगा। लाइव शुरू हो जाएगा। शुरू के पाँच मिनट आरम्भ से हाजिर आठ-दस लोगों से यही पूछने और आश्वस्त होने में निकालिए कि,
"मेरी आवाज आ रही आपको?"
" क्या चेहरा ठीक दिख रहा है?,
अंधेरा तो नही लग रहा??" आदि आदि।
इन सबके बाद कछुए की चाल से एक के बाद एक लोग जुड़ते जाएंगे। कमेंट में मिलने वाले नमस्कार आदि का मुस्कुराहट के साथ प्रत्युत्तर देना शुरू कर दीजिए, उनके नाम पढ़ते जाइये। ऐसा करने से वह श्रोता खुश हो जाता है कि आपने व्यक्तिगत रूपसे उन पर ध्यान दिया है।
"कुछ और लोग आ जाएं तो शुरू करते हैं..."
घोषणा करें।
पाँच-सात मिनट और राह देखने के बाद वास्तविक लाइव शुरू करने समय आ गया है। विषय की भूमिका बनाने के बाद बाजू रखे कागज पर बिंदुवार लिखे मुद्दों को देखते हुए चर्चा आगे बढाते चलें। इस बीच कमेंट में आते प्रश्नों के जवाब, देर से आने वालों से नमस्कार चमत्कार करते रहें । इसी तरह धीरे धीरे चर्चा अपनी पूर्णता की ओर ले जाएं, कमेंट्स में प्राप्त प्रश्नों के उत्तर के लिए एवं आगामी चर्चा के लिए पुनः उपस्थित होने की घोषणा के साथ लाइव समाप्त करें और एक सफल लाइव पूर्ण करने पर चैन की सांस लें। बाद में आने वाले बधाईयों के फोन कॉल्स एवं कमेन्ट्स का जवाब देने के लिए अपने आप को तैयार करें ।
इस तरह एक फेसबुक लाइव व्रत सफल किया जाता है।
सचमुच, बड़े झंझट है लाइव आने में। फिर भी इस हेतु मैंने सारी तैयारी कर रखी थी, जैसा कि आप चित्र में देख रहे हैं, मेरे असिस्टेन्ट भी उपलब्ध साधनों से मेरे इस लाइव की प्रकाश व्यवस्था संभालने के लिए जी जान से जुटे हुए थे। किंतु हाय री किस्मत... बिजली को भी इसी समय जाना था। नेट के सिग्नल मिलना बंद हो गए, मोबाइल की बैटरी भी चार्ज नहीं है। सारी तैयारी धरी रह गई। मैं भी कैसा अनाड़ी, औरों को तैयारी को लेकर सिखा रहा हूँ और खुद ही फिसड्डी साबित हो गया। इसीलिए अब मैंने बहुत सोच समझ कर लाइव आने का इरादा त्याग दिया है और उसकी जगह यह पोस्ट लिख डाली है।
एक राज़ की बात यह भी थी कि मेरे पास लाइव करने लायक कोई विषय ही न था और उससे बड़ी बात, न तो मैं देखने में आकर्षक व्यक्तित्व का मालिक हूँ और न ही मेरा स्वर और वक्तृत्वकला इतने प्रभावशाली है कि कोई लाइव सफल करा पाऊँ! इसलिये इस पोस्ट को ही मेरा फेसबुक लाइव समझ कर संतोष कर लीजिए।
धन्यवाद!
- लाइवानन्द!

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