Tuesday, June 18, 2019

बनियान

ऐन वक्त पर तौलिया या रूमाल न मिलने पर हाथ या चश्मा पोछने के लिये बदन पर पहना जाने वाला मुलायम कपड़ा।
गंजीफ्रॉक के नाम से भी जाना जानेवाला यह कपड़ा बनियान नाम से अधिक प्रसिद्ध है वैसे नाम के हिसाब से इसका वायुयान अथवा जलयान से कोई सम्बन्ध नहीं है, ना ही बौद्ध धर्म की शाखा हीनयान या महायान से.
जोड़ी में खरीदा जाने वाला यह कपड़ा आम तौर पर व्यक्ति घर के बाहर होने पर कमीज के अन्दर पहना जाता है लेकिन घर के अन्दर होने पर केवल इसे ही बाहर पहना जाता है। इसका विज्ञापन केवल फिल्मी हीरो द्वारा ही किया जाना चाहिये ऐसी सभी बनियान निर्माताओं की सामान्य मान्यता है। विज्ञापनों में इसे अंदर की बात होने का हवाला देते हुए खुले आम बाहर दिखाया जाता है।
इसे पहन कर फ़िल्मी हीरो कई करतब कर सकता है, गुंडो-बदमाशों को मारपीट सकता है, लम्बी चौड़ी छलांगे मार सकता है। इससें सिद्ध होता है कि मानव की असली ताकत सिर्फ बनियान में होती है। बनियान की इस ताकत का मुकाबला विज्ञापनों में कोल्ड ड्रिंक ही कर सकता है। यह भ्रम फ़ैलाने की भी कोशिश विज्ञापनों में की जाती है कि इसे अर्थात बनियान पहन कर घूमने से पहननेवाले पर सुंदरियां मोहित हो जाती हैं। इस भ्रम में आकर यदि आप भी केवल बनियान पहन घर के बाहर निकल जायें तो ये असभ्यता मानी जाकर उन्हीं सुंदरियों द्वारा पिटने की नौबत आ सकती है।
रोजाना पहनने में आने वाला बनियान पुराना होने पर जिस प्रकार पहले दरवाजा-खिड़की-फर्नीचर-बर्तन पोंछने, फिर और ज्यादा पुराना होने पर गाड़ी पोंछने के लिये किसी कोने में पड़ा रहता है, यही हालत कमोबेश इंसान की भी होती है।
- व्याख्यानंद !
(विवेक भावसार )

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