Thursday, May 9, 2019

पोस्टमार्टम ऑफ़ कहावत - चोर की दाढ़ी में तिनका

चोर की दाढ़ी में तिनका



कुछ मुहावरों-कहावतों का हम गहराई से अध्ययन करते हैं तो पाते हैं कि उस कहावत के पीछे अनेक अर्थ छुपे होते हैं। 
इन्ही छुपे हुए अर्थों को इन कहावतों का पोस्टमार्टम कर आपके सामने लाने की कोशिश की गई है। इसी क्रम में उपरोक्त कहावत -"चोर की दाढ़ी में तिनका" का विश्लेषण किया जाए तो निम्न बिंदू सामने आते हैं।

चोर बनना हो तो दाढ़ी रखना आवश्यक है।

बिना दाढ़ी वाले को चोर होने की पात्रता नहीं है।

चूंकि महिलाओं की दाढ़ी नहीं होती, 
महिला कभी चोर नहीं बन सकती।

महिला को यह पात्रता न होने से यह 
महिलाओं के अधिकारों पर कुठाराघात है।

चोर होने के लिए केवल दाढ़ी होना पर्याप्त नही, 
दाढ़ी में तिनका होना आवश्यक है।

बिना तिनके वाले दाढ़ी के चोर को 
चोर होने की मान्यता नहीं।

बिना दाढ़ी के तिनका होने पर भी चोर 
नहीं मान सकते।

तिनका सूखा हो या हरा, छोटा हो या बड़ा, 
तिनके के आकार प्रकार का चोर होने पर कोई फर्क नहीं पड़ता।

दाढ़ी में तिनका होने से यह साबित होता है 
कि चोर साफ सफाई पसंद नहीं।

दाढ़ी में तिनका होने से ये भी प्रमाणित होता है 
कि चोर चौर्यक्रम के अलावा पार्ट टाइम घास फूस से संबंधित काम में भी लिप्त है।

दाढ़ी ओरिजनल नही है तो चोर ने दाढ़ी भी 
किसी तिनके वाले से चुराई हुई है।

-मुहावरानंद !
(विवेक भावसार)
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